एक तीमारदार की कथित बदसलूकी से भन्नाए मेरठ के जूनियर डाक्टरों ने पहले तो उसेपरिवार सहित पीटा और जब इतने से मन नहीं भरा तो उन्होंने अन्य मरीजों का लात-घूंसों से इलाज किया। यहां तक कि उनके ड्रिप तक निकालकर फेंक दिए। इस घटना से सन्न सरदार वल्लभ भाई पटेल मेडिकल कालेज प्रशासनडाक्टर भगवान है कुछ भी कर सकता है ने जब 24 घंटे बाद दो छात्रों को निलंबित कर मरीजों के आंसू पोंछने चाहे तो जूनियर डाक्टर सीनाजोरी पर उतर आए। बुधवार को मरीजों को पीटने के बाद ही हड़ताल पर चले गए जूनियर डाक्टरों का कहना है कि यदि निलंबन वापस नहीं हुआ तो वे एक साथ इस्तीफा दे देंगे। मरीजों-तीमारदारों के पिटाई प्रकरण की जांच कमेटी की प्राथमिक रिपोर्ट में दो जूनियर डाक्टर दोषी पाए गए। कालेज प्रशासन ने डॉ. गौरव तथा डॉ. लीप को निलंबित कर दिया। इसकी जानकारी जैसे ही जूनियर डाक्टरों को मिली वे आक्रोशित हो गए। प्राचार्य से मिले जूनियर डाक्टरों ने बिना गलती कार्रवाई होने की बात कहते हुए रोष जताया और साथ ही धमकी दी कि यदि शुक्रवार शाम छह बजे तक दोनों छात्रों का निलंबन वापस नहीं होता तो सभी जूनियर डाक्टर इस्तीफा दे देंगे। वे बुधवार से ही इमरजेंसी सेवाओं को छोड़कर कोई काम नहीं कर रहे हैं।
डोक्टर साहिब हैं और साहिब कुछ भी कर सकता है
गुरुवार, 24 दिसंबर 2009
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